सब जीवो का जीवन जिससे,
सब जीवों की जान है वायु |
हो रहा है आज प्रदुषण इतना,
दूषित होती जा रही है वायु |
घिरे है आज जीव बिमारियों से
जिस से कम होती जा रही है आयु |
पेड़-पोधों की होती कम सख्यां,
उस पर बढती ये जनसख्यां |
कल कारखानों से बढता धुआं,
जिस से जीना और मुश्किल हुआ |
कभी होती थी साफ़ स्वच्छ वायु,
होती थी सभी की दीर्घायु |
आओ सब मिलकर सब पेड़-पोधों लगायें,
वायु को फिर से स्वच्छ बनाएं |
क्योकि, सब जीवो की जान है वायु,
सब जीवो की जान है वायु ||
दिवाली के पावन मौके पर
इस दिवाली पर पटाखे ना बजाएं,
वायु को प्रदूषित होने से बचाएँ
फूलों और पोधों से अपने आँगन को महकाएं ,
हंसी ख़ुशी दिवाली बनाएं ||
दिवाली की शुभकामनाएं .....
सब जीवों की जान है वायु |
हो रहा है आज प्रदुषण इतना,
दूषित होती जा रही है वायु |
घिरे है आज जीव बिमारियों से
जिस से कम होती जा रही है आयु |
पेड़-पोधों की होती कम सख्यां,
उस पर बढती ये जनसख्यां |
कल कारखानों से बढता धुआं,
जिस से जीना और मुश्किल हुआ |
कभी होती थी साफ़ स्वच्छ वायु,
होती थी सभी की दीर्घायु |
आओ सब मिलकर सब पेड़-पोधों लगायें,
वायु को फिर से स्वच्छ बनाएं |
क्योकि, सब जीवो की जान है वायु,
सब जीवो की जान है वायु ||
दिवाली के पावन मौके पर
इस दिवाली पर पटाखे ना बजाएं,
वायु को प्रदूषित होने से बचाएँ
फूलों और पोधों से अपने आँगन को महकाएं ,
हंसी ख़ुशी दिवाली बनाएं ||
दिवाली की शुभकामनाएं .....