रविवार, अक्तूबर 23, 2011

सब जीवों की जान है वायु

सब जीवो का जीवन जिससे,
सब जीवों की जान है वायु |

हो रहा है आज प्रदुषण इतना,
दूषित होती जा रही है वायु | 

घिरे है आज जीव बिमारियों से
जिस से कम होती जा रही है आयु |

पेड़-पोधों की होती कम सख्यां,
उस पर बढती ये जनसख्यां | 

कल कारखानों से बढता धुआं,
जिस से जीना और मुश्किल हुआ |

कभी होती थी साफ़ स्वच्छ वायु,
होती थी सभी की दीर्घायु | 

आओ सब मिलकर सब पेड़-पोधों लगायें,
वायु को फिर से स्वच्छ बनाएं |

क्योकि, सब जीवो की जान है वायु,
सब जीवो की जान है वायु ||




दिवाली के पावन मौके पर

इस दिवाली पर पटाखे ना बजाएं,
वायु को प्रदूषित होने से बचाएँ
फूलों और पोधों से अपने आँगन को महकाएं ,
हंसी ख़ुशी दिवाली बनाएं ||

दिवाली की शुभकामनाएं .....

रविवार, जून 26, 2011

बढे चले जा तू ...आये चाहे तूफान..

मंजिल है दूर ..
और राह है नहीं आसन
बढे चले जा तू....
आये चाहे तूफान..

गुरुवार, जून 16, 2011

I am experiencing fatherhood



Your Tiny Tiny Hands..
Your Tiny Tiny feets....
When you give me a touch with these...
I am experiencing fatherhood....

Your cute smile...
Forget my all tension for a while...
When you kiss on my Head..

I am experiencing fatherhood....



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