शुक्रवार, जुलाई 24, 2009

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से.....

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से,
एक पल भी ना रह पाऊंगा
आपके आने से पहले थी जिन्दगी सूनी मेरी,
पर अब आपके बिना दो कदम भी ना चल पाउँगा

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से.....

महका दी मेरी जीवन की बगिया ,
समझ नही आता कैसे करूँ आपका अदा शुक्रिया
डूबा रहता हूँ इसी बगिया की महक में,
अब इसकी महक के बिना ना रह पाऊंगा

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से,
एक पल भी ना रह पाऊंगा

3 टिप्‍पणियां: