बुधवार, जुलाई 29, 2009

मस्ती में मस्त हरियाणा,


मस्ती में मस्त हरियाणा,
जित रहवे तीज-त्योहारों का आना -जाना
खावे लोग जित के दूध-दही का खाना,
ना किसे बात की चिंता बस यूहीं गाना-बजाना
मस्ती में रहवे मस्त हरियाणा,
मस्ती में मस्त हरियाणा....

मेरे दोस्त संदीप सैनी का दी हुई टिप्पणी

"जित सर पे खंडवा,
धोती कुड़ता, पहरे सीधा बाना,
इसा एंडी नयारा हरियाणा"

मस्ती में मस्त हरियाणा....

शनिवार, जुलाई 25, 2009

क्या कहे हम अपने बारे में

क्या कहे हम अपने बारे में,
जिन्दगी एक लम्बा सा अफसाना है ,
कुछ खट्टी और कुछ मीठी यादों का तराना है
आये चाहे कैसी भी मोड़ इस जिदगी में,
पर हमें तो अपनी मंजिल को पाना है

शुक्रवार, जुलाई 24, 2009

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से.....

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से,
एक पल भी ना रह पाऊंगा
आपके आने से पहले थी जिन्दगी सूनी मेरी,
पर अब आपके बिना दो कदम भी ना चल पाउँगा

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से.....

महका दी मेरी जीवन की बगिया ,
समझ नही आता कैसे करूँ आपका अदा शुक्रिया
डूबा रहता हूँ इसी बगिया की महक में,
अब इसकी महक के बिना ना रह पाऊंगा

मेरी जान जुदा ना होना मुझ से,
एक पल भी ना रह पाऊंगा

गुरुवार, जुलाई 23, 2009

गुरुवार, जुलाई 02, 2009

जब रहते हो तुम हमसे दूर....

जब रहते हो तुम हमसे दूर,
तुमारी जुदाई कर देती है मिलने को मजबूर|
हम तुमसे मिल बिन रह नही पाते ,
पर तुमारी तरफ से तो मेरे खतों के जबाब भी नही आते|
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