यह ब्लाग मेरी हस्तलिखित कविताऔ के लिए समर्पित है।
इस ठेले को लेके चलना पङता है सबको अकेला !रास्ते की हार जीत से ही बनती है जिन्दगी खुशी और गमों का मेला
इस ठेले को लेके चलना पङता है सबको अकेला !
जवाब देंहटाएंरास्ते की हार जीत से ही बनती है जिन्दगी खुशी और गमों का मेला